ChatGPT Kya Hai – चैटजीपीटी के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में

आज का समय और आने वाला भविष्य Artificial Intelligence और Machine Learning का है, जिसकी शुरुआत अभी से हो चुकी है, जी हाँ दोस्तों आज हम आपको ऐसे ही टॉपिक के बारे में बताने जा रहे है जो Artificial Intelligence और Machine Learning से जुड़ा हुआ है |

इस विषय का नाम है ChatGPT Kya Hai चैटजीपीटी क्या है, चैटजीपीटी के क्या फायदे है, चैटजीपीटी से क्या नुकसान हो सकते है और इसके साथ ही चैटजीपीटी का क्या नौकरी पर किसी भी प्रकार का खतरा है?

तो चलिए बिना देरी किये आज टॉपिक शुरू करते है.

चैटजीपीटी क्या है (ChatGPT in Hindi):

चैटजीपीटी एक बड़ा language मॉडल है जो OpenAI के द्वारा Train किया गया है। इसका पूरा नाम “Generative Pre-trained Transformer 3” है। इसे अक्सर “GPT” के नाम से भी जाना जाता है। ये एक डीप लर्निंग मॉडल है

जो Natural Language Processing (NLP) के लिए डिजाइन किया गया है। चैट जीपीटी बहुत सारे भाषाओं में ट्रेन किया गया है और उसकी मदद से हम इंसान के जैसे नेचुरल भाषा में चैट कर सकते हैं।

चैटजीपीटी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल है जो नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) के लिए डिजाइन किया गया है। इस मॉडल को ट्रेन करने के लिए, ओपनएआई ने बहुत सारे टेक्स्ट को इस्तेमाल किया है, जैसे कि विकिपीडिया के लेख, किताबें, समाचार लेख, और बड़े-बड़े वेबसाइटों का डेटा।

चैट जीपीटी का इतिहास (History of Chatgpt):

चैटजीपीटी का इतिहास 2018 में शुरू हुआ था, जब OpenAI ने इसका पहला वर्जन यानी GPT-1 को लॉन्च किया था। GPT-1 एक लैंग्वेज मॉडल था जो नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) के लिए डिजाइन किया गया था और इसे बहुत सारे NLP टास्क में काम किया था।

उसके बाद, 2019 में OpenAI ने GPT-2 को लॉन्च किया था जो GPT-1 से बहुत बड़ा और शक्तिशाली था। जीपीटी-2 के लॉन्च के बाद, इस मॉडल को इंटरनेट पर रिलीज करने से OpenAI ने मना कर दिया क्योंकि उन्हें इसका गलत इस्तेमाल करने के बारे में चिंता थी।

फिर 2020 में, OpenAI ने GPT-3 को लॉन्च किया है जो अब तक का सबसे बड़ा और शक्तिशाली Language Model है। GPT-3 को ट्रेन करने के लिए, OpenAI ने बहुत सारे टेक्स्ट का इस्तेमाल किया जैसे कि विकिपीडिया आर्टिकल्स, बुक्स, न्यूज आर्टिकल्स, और बड़े-बड़े वेबसाइट्स का डेटा.

इस ट्रेनिंग के बाद, चैटजीपीटी को किसी भी नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग टास्क के लिए फाइन-ट्यून किया जा सकता है।

इसके अलावा, चैटजीपीटी को लैंग्वेज ट्रांसलेशन, टेक्स्ट समराइजेशन, स्पीच रिकग्निशन, और बहुत सारे एनएलपी टास्क के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

इस प्रकार, ChatGPT एक बहुत ही versatile और powerful tool है।

Version of ChatGPT:

ChatGPT के कुछ अलग-अलग Version हैं, जिसे OpenAI ने विकसित किए हैं। कुछ प्रमुख ChatGPT Version इस प्रकार से हैं:

ChatGPT-1: ओपनएआई ने 2018 में ChatGPT-1 को पेश किया था, जो एक बहुत बड़ा भाषा मॉडल था। यह 117 मिलियन पैरामीटर्स के साथ आता था और उस समय के लिए काफी महत्वपूर्ण था।

GPT-2: OpenAI ने 2019 में GPT-2 को पेश किया था, जो एक और बहुत बड़ा भाषा मॉडल था। यह 1.5 बिलियन पैरामीटर के साथ आता था और इसके पास बहुत सारे social media, articles और other language tools थे।

GPT-3: OpenAI ने 2020 में चैटजीपीटी-3 को शामिल किया था, जो एक बहुत बड़ा और शक्तिशाली भाषा मॉडल है। जिसमे 175 बिलियन पैरामीटर्स है और इसके पास बहुत सारे वेब से article, किताबें और other language tools हैं।

Codex: Codex एक अन्य बहुत बड़ा भाषा मॉडल है, जो OpenAI ने 2021 में पेश किया था। यह 6 बिलियन पैरामीटर्स के साथ आता है और इसे Self Coding के लिए प्रयोग किया जा सकता है।

अलग-अलग चैटजीपीटी वर्जन का प्रयोग अलग-अलग Industry के लिए किया जाता है और इन सभी Version के मध्यम से भाषा पर आधार का प्रयोग के कार्य और प्रयोग किए जा सकते हैं।

Chat GPT की विशेषतायें (Feature Of Chat GPT In Hindi):

ChatGPT एक बहुत शक्तिशाली भाषा मॉडल है, जिसके कुछ प्रमुख विशेषतायें इस प्रकार से हैं:

Natural Language Processing (NLP):

चैटजीपीटी का मुख्य उद्देश्य नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) कि सुविधा प्रदान करना है। ये समझने की क्षमता रखता है कि क्या भाषा का प्रयोग करने वाला व्यक्ति क्या कहना चाहता है और उसके अनुकूल प्रतिक्रिया करता है।

Conversational AI:

चैटजीपीटी एक Conversational AI है, जो समझने और प्रतिक्रिया करने की क्षमता रखता है। यह विशाल दुनिया में बात करने की तरह प्रतिक्रिया करता है और व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए सहायता प्रदान करता है।

Big Data:

चैटजीपीटी एक बहुत बड़ा भाषा मॉडल है, जिसके पास करोड़ों से अधिक वेब से आर्टिकल, किताबें और अन्य भाषा के साधन हैं। इससे इसका समाधान करने की क्षमता और भाषा का प्रयोग करने की क्षमता बहुत बढ़ जाती है।

Parameter size:

चैटजीपीटी का पैरामीटर साइज बहुत बड़ा है। ChatGPT -3 में 175 बिलियन पैरामीटर हैं, जो बहुत अधिक है। जिससे ChatGPT को बहुत शक्तिशाली बनाया जा सकता है।

Personalization:

चैटजीपीटी की एक और महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह Personalization की सुविधा प्रदान करता है। चैटजीपीटी का प्रयोग करके, व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रयासों के लिए एक सही तरह से अनुकूलित किया गया और इससे अनुकूल उत्तर दिया जा सकता है।

Chat GPT के फायदे:

Chat GPT के कई फायदे है जैसे:

  1. चैटजीपीटी आपके सवालो का जवाब देकर आपकी जानकारी को बढाता है.
  2. अगर आप कोई नया विषय सीखना चाहते है तो चैटजीपीटी से उसके बारे में सवाल पूछ कर उसका जवाब पा सकते है.
  3. चैटजीपीटी आपके समय की बचत करता है. आप कोई भी सवाल पूछ सकते है और चैटजीपीटी तुरंत जवाब दे देता है जिससे आपका समय बचता है.
  4. चैटजीपीटी से बात करना बहुत आसान है. आपको कहीं जाने की ज़रुरत नहीं है. बस आपको अपना सवाल पूछना है और चैटजीपीटी आपको तुरंत जवाब दे देता है.
  5. चैटजीपीटी के साथ आप अपनी मनपसंद भाषा में बात कर सकते है. चैटजीपीटी के पास कई भाषाएँ है जैसे हिंदी, इंग्लिश, स्पेनिश, जर्मन, फ्रेंच, चाइनिस, जापानीज आदि.

Chatgpt के नुकसान:

चैट जीपीटी एक मशीन लर्निंग मॉडल है और इसके कुछ नुकसान भी होते हैं:

Bias:

चैट जीपीटी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि ये Bias हो सकता है। अगर मॉडल को ट्रेनिंग डेटा में किसी भी तरह का Bias होता है, तो ये उस पूर्वाग्रह को अपने आउटपुट में रिफ्लेक्ट करता है। इसे मॉडल की सटीकता और विश्वसनीयता कम हो सकती है।

Garbage in Garbage Out:

चैट जीपीटी केवल उसी तरह का आउटपुट देगा, जो यूज इनपुट में दिया गया है। अगर इनपुट में गलतियां, या गलत या Irrelevant Data दिया गया है तो मॉडल का आउटपुट भी गलत हो सकता है।

Privacy Concerns:

चैट GPT के डेटा संग्रह और संग्रहण से संबंधित Privacy Concerns भी हैं। अगर मॉडल को संवेदनशील डेटा दिया जाए तो इसके गलत इस्तेमाल से बचना मुश्किल है।

Dependence on training data:

चैट जीपीटी मॉडल के लिए ट्रेन डेटा का सही तरीके से होना बहुत जरूरी है। अगर मॉडल के लिए सही के डेटा नहीं मिलते हैं तो मॉडल की सटीकता और विश्वसनीयता कम हो सकती है।

Limited Creativity:

ChatGPT के क्रिएटिविटी की limit है उसके ट्रेनिंग डाटा के अंदर ही लिमिट होती है. इसलिए इस मॉडल से बाहर के नए और अलग से तरह के विचारों को क्रिएट करना मुश्किल हो सकता है.

Lack of Emotional Intelligence:

ChatGPT इमोशंस और Human interaction को नुकसान कर सकता है. इसमें नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के द्वारा इमोशंस को recognize करना मुश्किल है इसलिए इमोशंस को समझना और उसके हिसाब से response करना मुश्किल हो सकता है.

Chat GPT Kaise Kaam Karta Hai:

Chat GPT एक Artificial Intelligence (AI) बेस्ड लैंग्वेज मॉडल है जो deep learning techniques का उपयोग करके बनाया गया है.

चैटजीपीटी के पास बहुत सारे डाटा पॉइंट्स है जिसमे से कुछ सही और कुछ गलत है. जब आप चैटजीपीटी से बात करते है तो उसमे आपके सवाल को प्रोसेस करने के लिए कुछ स्टेप्स फॉलो किये जाते है.

Text Preprocessing:

चैटजीपीटी आपके द्वारा दिए गए इनपुट को पहले Text Preprocessing के द्वारा Analyze करता है जिसमे इनपुट को Sentence-Wise Split किया जाता है.

Tokenization:

Tokenization के द्वारा चैटजीपीटी आपके इनपुट को tokens (words) में डिवाइड करता है.

Embedding:

Embedding के द्वारा चैटजीपीटी आपके tokens को vectors में कन्वर्ट करता है. इससे चैटजीपीटी को आपके द्वारा दिए गए वर्ड्स का semantics समझने में मदद मिलती है.

Neural Network:

चैटजीपीटी का सबसे बड़ा हिस्सा न्यूरल नेटवर्क है. जब आप चैटजीपीटी से बात करते है तो इस न्यूरल नेटवर्क के द्वारा आपके इनपुट को प्रोसेस किया जाता है और एक रिलेवेंट आउटपुट दिया जाता है.

Beam Search:

Beam Search के द्वारा चैटजीपीटी आपके द्वारा दिए गए इनपुट को analyze करता है और उसके बाद उसके पास sevral possible responses suggest करता है.

Output Generation:

Output Generation के बाद चैटजीपीटी आपके द्वारा दिए गए इनपुट को प्रोसेस करके एक सही आउटपुट generate करता है जो आपके सवाल या query का response करता है.

इस तरह से चैटजीपीटी कार्य करता है.

क्या चैटजीपीटी से नौकरी पर खतरा है:

फ़िलहाल अभी चैटजीपीटी का जो मॉडल या फिर version हमारे पास मौजूद इससे इंसानों के जॉब्स को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है, क्योंकि यह अभी इतना advance नहीं है सभी प्रश्नों के जवाब सही और सटीक रूप में दे पायें.

परन्तु जिस स्पीड के साथ चैटजीपीटी अपनी learning capability को बढ़ा रहा है, और बहुत सारे Experts का भी मानना है कि यह आने वाले समय कई सारी नौकरियों को खत्म कर देगा, जैसे कि Content Writing का जॉब हो या अन्य क्षेत्र के जॉब हो, Artificial Intelligence और Machine Learning बहुत ही एडवांस हो जाएगी और यह कुछ नार्मल task बिना इंसानों कि मदद के बिना भी आसानी से कर देगी.

जिससे हो सकता है कि बहुत सारी कंपनी में ऐसी ही चैटजीपीटी या फिर अन्य प्रकार के Artificial Intelligence को इंसानों कि जगह कार्य करने के लिए रखा जाएँ, वैसे यह तो भविष्य कि बात है

परन्तु जो व्यक्ति समय के साथ खुद में बदलाव लायेगा, अपने field में हमेशा update रहेगा, technology या फिर Artificial Intelligence के साथ जुड़कर काम करना सीख जायेगा उसे जॉब का किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं रहेगा.

Conclusion:

वैसे Artificial Intelligence और Machine Learning हमारे कार्यों सरल और आसान करने का काम करते है, और चैटजीपीटी भी Artificial Intelligence और Machine Learning का ही एक प्रारूप है और यह भी हमारे बहुत सारे कार्यों को आसान और सवालों के सही जवाब देने का कार्य करता है.

उम्मीद करते है हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, आपको इस टॉपिक से रिलेटेड कोई भी सवाल हो तो हमें comment box में लिखकर जरुर बताएं.

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